MP News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के भितरवार से भाजपा विधायक मोहन सिंह राठौर के चचेरे भाई ने खुदकुशी कर ली उन्होंने अपने घर पर बेटे की लाइसेंसी बंदूक से खुद को सिर में गोली मार ली वह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे।
मृतक अशोक कुमार राठौर उम्र 50 वर्ष में कंपू थाना क्षेत्र स्थित जवाहर कॉलोनी मकान नंबर सी 76 में निवास करते थे शुक्रवार के दोपहर क़रीब 2:00 बजे उनका छोटा बेटा समेत महिलाएं घर पर थी इसी दौरान अशोक सिंह के कमरे से गोली चलने की आवाज आई. आवाज आते ही सभी लोग कमरे में पहुंचे वहां देखा चारों तरफ खून ही खून था पास ही बड़े बेटे आशीष राठौर के लाइसेंस की रिवाल्वर मिली
MP News परिजन ले गए निजी अस्पताल डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी धर्मवीर सिंह एफएसएल अधिकारी अखिलेश भार्गव सहित कई पुलिस अफसर घटना स्तर पर पहुंच गए शव को पीएम के लिए ले जाया गया तथा बाद में परिजनों को सौंप दिया गया. मौके पर ऊर्जा मंत्री प्रदुम सिंह तोमर भी रहे
MP News today रविवार को इलाज के लिए दिल्ली जाने वाले थे
अशोक सिंह राठौर काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे उनके सिर में पिछले दो-तीन दिन से तेज दर्द हो रहा था देश की राजधानी दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था रविवार को बड़े बेटे आशीष प्रताप सिंह राठौर उन्हें दिल्ली चेकअप करवाने के लिए ले जाने वाले ही थे
MP news hindi उपभोक्ता सरकारी भंडारों के अध्यक्ष रहे
अशोक सिंह थोक उपभोक्ता सरकारी भंडारन के अध्यक्ष भी रह चुके है। वहीं ,बेटा आशीष प्रताप सिंह राठौर बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हैं इसके अलावा उनके चचेरे भाई मोहन सिंह राठौर भितरवार से भाजपा विधायक है घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर विधायक पहुंचे
लंबे समय से डिप्रेशन में चल रहे थे अशोक सिंह
पुलिस अधीक्षक धर्म सिंह के द्वारा जानकारी दी गई की जैसे ही सूचना मिली पुलिस बल और फोरेंसिक एक्सपर्ट घटना स्तर पर पहुंचे परिजनों के बयानों में पता चला कि अशोक सिंह डिप्रेशन में चल रहे थे उनका इलाज भी किया जा रहा था
आचार संहिता में रिवाल्वर रखने का दिया था आवेदन
अशोक सिंह जिस रिवॉल्वर से खुदकुशी की वह उनके बड़े बेटे आशीष सिंह की थी। आशीष भाजपा नेता के साथ तेल कारोबारी भी है विधानसभा चुनाव के आचार संहिता खत्म होने पर थाने में जमा रिवाल्वर निकाल ली थी लोकसभा चुनाव के आचार संहिता में उन्होंने थाने में दोबारा जमा नहीं कि इसके लिए थाने में सिक्योरिटी हवाला देते हुए आवेदन भी दिए थे