18 जुलाई 2024/ NEET पेपर लीक मामले में आज सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई होने से पहले सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है सीबीआई पेपर लीग गिरोह के सिलेबस कनेक्शन तक पहुंच गई है और इससे मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने पटना एम्स के तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है
सीबीआई के द्वारा तीनों डॉक्टर से लगातार पूछताछ कर रही है यह तीनों डॉक्टर 2021 बैच के मेडिकल विद्यार्थी थे सीबीआई ने इन तीन डॉक्टरों का कमरा भी सील किया है इनका लैपटॉप मोबाइल सभी जप्त किए हैं
CBI के द्वारा NEET पेपर लीक होने से लेकर सेटिंग वाले परीक्षार्थी तक पहुंचाने का पूरा कनेक्शन जोड़ा है पेपर ले जाने वाले ट्रक से पर्चा बटवाने वाले पंकज को भी सीबीआई ने धर दबोचा है जिसका हजीराबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल कनेक्शन पाया गया हजारीबाग के इसी विद्यालय से पेपर संजीव मुखिया तक पहुंचा था
NEET मंगलवार को दो लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
मंगलवार को NEET पेपर लीक के मामले में सीबीआई ने खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था सीबीआई ने पटना से पंकज कुमार और झारखंड के हजारीबाग से राजू सिंह को गिरफ्तार किया पंकज पर हजारीबाग में ट्रक से पेपर चोरी करने और बांटने का आरोप है राजू सिंह ने पेपर को आगे लोगों को देने में सहायता की थी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंकज सिविल इंजीनियर है जो झारखंड के बीकानेर का रहने वाला है इसी के द्वारा हजारीबाग से ट्रक से पेपर चोरी किया और आगे पेपर बांटने में राजू सिंह ने सहायता की। पंकज पेपर चोरी करने में मास्टरमाइंड है. सूत्रों के मुताबिक पंकज कुमार उर्फ आदित्य कुमार ने ट्रक से पेपर चोरी किया और आगे अपने गैंग के लोगों को दे दिया था एनटीए ने इसी ट्रक से पेपर अलग-अलग सेक्टर तक पहुंचा था
सीबीआई के द्वारा दूसरी गिरफ्तारी राजू नाम के व्यक्ति की है राजू को झारखंड के हजीराबाद से गिरफ्तार किया राजू को पंकज के जरिए पेपर दिया और राजू ने भी पेपर बांटा. NEET मामले में यह दोनों गिरफ्तार बेहद जरूरी माने जा रहे हैं पंकज की गिरफ्तारी से पूरी तरह साफ हो गया कि पेपर लीक किया गया था
फरार है संजीव मुखिया, तलाश जारी
NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया लगातार फरार चल रहा है मुखिया पेपर लिक करवाने का सबसे बड़ा माफिया रहा है बिहार के अलावा और देश के अन्य राज्यों में भी पेपर लीक माफियाओं से संजीव मुखिया की साठगांठ है मुखिया कई तरह के पेपर लीक पहले भी करवा चुका है
क्या था NEET पेपर लीक मामला?
4 जून को नीट की यूजी परीक्षा परिणाम आने से पहले ही अभ्यर्थियों में खलबली मची हुई है. रिजल्ट देखने के बाद 67 टॉपर्स और एक ही सेंटर से आठ टॉपर का नाम लिस्ट में देखने के बाद छात्रों को परीक्षा में धांधली की शंका थी
जिसके बाद छात्रों ने सड़क से लेकर पुरे सोशल मीडिया एनटीए के खिलाफ जांच की गुहार लगाई जिस पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई इस बीच न्यायालय के सामने nta निर्णय लिया कि वह ग्रेस मार्क्स वाले कैंडिडेट्स को दोबारा परीक्षा करवाएंगे 23 जून को परीक्षा हुई और टॉपर 67 से घटकर 61 हो गए