Mp news: रीवा में एक के बाद एक भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है आपको बता दे की नगर निगम को नहीं लगी भनक और रीवा शहर के अंदर तीन अवैध कॉलोनी बनाकर हो गई तैयार पूर्व पार्षद ने निगमायुक्त को शिकायती पत्र लिख किया खुलासा बिना निगम की अनुमति विंड ग्रुप ने बना दी तीन कॉलोनियां ।
Mp news: निगम को लगा करोड़ो का चूना
दैनिक समाचार में छपी खबर के मुताबिक करोड़ों के राजस्व का नुकसान निगम प्रशासन की पहुंच से दूर अवैध कॉलोनाइजर, जनता से हो रही धोखाधड़ी नगर निगम प्रभारी आयुक्त डॉ.सौरभ सोनवड़े ने प्रभार संभालते ही शहर की अवैध कॉलोनियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही करा रहे है। इन कार्यवाहियों में कई ऐसी बड़ी कॉलोनी सामने आई हैं जिनके द्वारा निगम को करोड़ों का राजस्व हानि पहुंचाकर खुद मोटी रकम कमाई जा रही है। ऐसी ही विंड ग्रुप द्वारा बसाई गई एक कॉलोनी के खिलाफ बीते दिनों निगमायुक्त ने कार्यवाही कराई थी लेकिन इस ग्रुप की कई अन्य कॉलोनियों पर निगम अफसरों की नजर नहीं गई।
Mp news: डैडू ने खोला मोर्चा मचा बबाल
पूर्व पार्षद रामप्रकाश तिवारी डैडू ने इस संबंध में निगमायुक्त को शिकायती पत्र लिख इस ग्रुप की अन्य कॉलोनियों का खुलासा किया है। पत्र में विंड ग्रुप द्वारा शहरी क्षेत्र में बसाई गई अन्य कॉलोनियों की जानकारी देते हुए पूर्व पार्षद डैडू ने कार्यवाही की मांग की है। इसके अलावा अन्य कॉलोनियों पर कार्यवाही की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि अवैध कॉलोनाइजर जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं।
रीवा में यहां भी हैं विंड ग्रुप की अवैध कॉलोनियां :
गुप्त सूत्रों से मिलिजानजारी के मुताबिक वार्ड क्रमांक 4 के चोरहटा में विंड ग्रुप द्वारा विंड नोवा कॉलोनी बसाई जा रही है, इसमें इनके द्वारा 20 बाई 50 के प्लॉट दिए जा रहे हैं, जो विज्ञापन में एक हजार रुपए वर्ग फिट बताया गया है। करीब चार एकड़ से अधिक एरिया में यह प्लॉटिंग है। इसी तरह चोरहटा में ही विंड होम्स नाम से एक कॉलोनी है, जो करीब पांच एकड़ में बसी हुई है।
बिलाबांग स्कूल से 500 मीटर आगे से बसी यह कॉलोनी में 238 मकान एक डिजाइन में बनाकर बेचा जा रहा है। जिसे 15 से 17 लाख में बेचा जा रहा है। इसी ग्रुप के द्वारा वार्ड क्रमांक 2 निपानिया में विंड अरबन नाम से कॉलोनी बसाई जा रही है। यह भी करीब 5 एकड़ में है और इसकी रजिस्ट्री भी कंपनी के नाम से है।
निपानिया तिराहे से करीब एक किमी आगे मेन रोड से 100 मीटर अंदर बसी इस कॉलोनी में प्लॉटों की बिक्री की जा रही है। बताया गया कि उक्त विंड ग्रुप में तौसीफ अहमद, अशोक सिंह व नितिन शर्मा नाम के अवैध कॉलोनाइजर इन कॉलोनियों को बनाने का काम कर रहे हैं, जिनके पास कॉलोनाइजर का लाइसेंस तक नहीं है।
विंड ग्रुप की ही वार्ड क्र 43 कुठुलिया गोविंदगढ़ रोड में ही विंड जीबी नाम से कॉलोनी बसाई गई है जिसमें प्लाटों की बिक्री कॉलोनाइजर द्वारा की जा रही है। निगम को करोड़ों रुपए की राजस्व हानि: शिकायती पत्र में बताया गया है कि वार्ड क्रमांक 15 में तिवारी होटल के बगल वाली गली से पीएम आवास के पहले ऐश्वर्य राज सिंह पिता राजेन्द्र सिंह, योगेश शुक्ला पिता अनिल शुक्ला सहित उपेन्द्र सिंह अन्य द्वारा मास्टर प्लॉन के विपरीत खसरा क्रमाक 39,50,51 व 52 में एक कॉलोनी बसाई जा रही है। जिसमें न ही निगम की अनुमति है और न ही कॉलोनी बनाने वालो के पास लाइसेंस है निगम अधिकारियों ने नोटिस भी जारी किया लेकिन दो नोटिस देने के बाद कार्यवाही अभी तक नहीं की गई। शांति विला नाम से बन रही इस कॉलोनी की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि इन सभी कॉलोनियों से निगम को करोड़ों की राजस्व हानि हो रही है।