Singrauli : खुटार पंचायत की सरपंच सरिता पनिका पर सरकारी फंड से निजी भवन निर्माण कराने का आरोप…
सिंगरौली मध्य प्रदेश राज्य की अग्रणी और राजस्व देने वाली पंचायतों में गिनी जाने वाली खुटार पंचायत इन दिनों भ्रष्टाचार के गहरे दलदल में फंसती नजर आ रही है। जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस पंचायत में सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग और फर्जी बिलिंग के गंभीर आरोप सामने आए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। नाम ना बताने के एवज में स्थानीय लोगो और पूर्व जनप्रतिनिधियों के अनुसार, खुटार पंचायत की सरपंच सरिता पनिका द्वारा अपने निजी मकान का निर्माण कार्य ग्राम परसौना में करवाया जा रहा है। आरोप है कि इस निर्माण कार्य में पंचायत सचिव अशोक शाह की पूर्ण संलिप्तता है और दोनों के द्वारा सरकारी बजट का दुरुपयोग किया जा रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस निजी निर्माण कार्य में उपयोग हो रही सामग्री श्री कृष्णा इंटरप्राइजेज दुकान की बिलिंग से सीमेंट, सरिया, गिट्टी, आदि को दर्शाकर भुगतान पंचायत खुटार के सरकारी बजट से किया जा रहा है। दरअसल सूत्रो कि माने तो 8 अप्रैल को लगाए गए 2,93,000 रुपये के फर्जी बिल ने पूरे मामले को उजागर कर दिया है। इस बिल में शॉपिंग दुकानों के नाम पर विभिन्न निर्माण सामग्री की खरीदारी दर्शाई गई है, पर जमीनी हकीकत यह है कि उस स्थान पर अभी तक निर्माण की नींव तक नहीं डाली गई है। इसके बावजूद बिल के माध्यम से सामग्री खरीदने और उसके भुगतान करने का आरोप लग रहा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि इन सामग्रियों का उपयोग सरपंच सरिता पनिका अपने निजी भवन में कर रही हैं, और इस पूरे कार्य में सचिव अशोक शाह का भी खुला समर्थन प्राप्त है। इतना ही नहीं, बिलिंग में GST की चोरी का भी आरोप लगाया गया है, जिससे स्पष्ट होता है कि यह मामला केवल पंचायत स्तर का नहीं, बल्कि व्यापक भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि ऊपरी प्रशासन से लेकर निचले अधिकारियों तक इस मामले में मौन साधे हुए हैं और किसी भी प्रकार की जांच या कार्रवाई से बचते नजर आ रहे हैं। लोगों का यह भी आरोप है कि पंचायत में लंबे समय से पारदर्शिता का अभाव है और ऐसे कई मामले हैं जिनकी जांच होना आवश्यक है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाते हैं। क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई होगी, या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?
इन सभी मामलों को लेकर उनके पक्ष को जानने के लिए खुटार सचिव अशोक शाह व सरपंच सरिता पनिका से जब मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा..