MP News: भारत सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है. बासमती चावल पर लगी रोक खत्म हो गई है। जिससे किसानों को लाभ मिलने जा रहा है। धान की फसल इस साल काफी अच्छी है। जिससे किसानों को अच्छी कमाई का मौका मिल सकता है।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. भारत सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ी पहल की है, जिससे यहां के किसानों को अब बंपर फायदा होगा. तो क्या है वो खुशखबरी और सरकार ने क्या पहल की है, हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे. दरअसल ,भारत सरकार की ओर से बासमती चावल के निर्यात पर लगी रोक हटा दी गई है. प्रदेश में बासमती चावल की बंपर पैदावार होती है. इस दौरान केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के विदेश व्यापार महानिदेशालय ने गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य 90 डॉलर प्रति टन तय किया है.
वहीं सरकार ने पावर बॉइल और ब्राउन राइस पर निर्यात शुल्क 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है. गैर मसाम चावल पर रोक हटने से मध्य प्रदेश से इस श्रेणी का चावल विदेश जाएगा. इससे किसानों को ज्यादा फायदा मिलेगा. आपको बता दें कि पिछले 10 सालों से मध्य प्रदेश से 30 फीसदी चावल विदेश निर्यात होता रहा है. देश-विदेश में 12000 करोड़ से ज्यादा का चावल भेजा जा चुका है, वहीं 2024 में ये आंकड़ा पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका है.
आपको यह भी बता दें कि प्रदेश में धान का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है. इस बार भी अच्छी बारिश के चलते धान का बंपर उत्पादन होने की संभावना है. धान उत्पादन क्षेत्रों में जबलपुर, मंडला, बालाघाट और सिवनी जिले शामिल हैं, वहीं आदिवासी इलाकों मंडला और डिंडोरी का खुशबूदार चावल पूरे देश में मशहूर है. बालाघाट का चिन्नौद मिलाजुला होता है और यही वजह है कि यहां के चावल ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में धूम मचा रखी है. फिलहाल वासपी चावल पर लगी रोक हटने से किसानों को काफी राहत मिली है.