Highway: इन प्रोजेक्ट्स में 68 किमी का अयोध्या बायपास, 121 किमी की गुवाहाटी रिंग रोड, 516 KM का खड़गपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे, 6 लेन का आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड हाईवे, जो 88 KM का बताया जा रहा है। जल्द ही यह सौगात देश को मिलने वाली है। इस हाईवे का लाभ प्रदेश के 5 राज्यों को मिलेगा।
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सहित देश के इन 5 राज्यों को एक बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है,दरअसल सरकार 8 बड़े राजमार्ग परियोजना पर मुहर लगा सकती है। खास बात ये है, कि इन राज्यों में फैले Highway प्रोजेक्ट 50 हजार करोड़ के अधिक के है।
50 हजार करोड़ के यह Highway NHAI यानी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इन प्रोजेक्ट्स के लिए बोलियां आमंत्रित है। जल्द ही इनका कॉन्ट्रेक्ट सरकार कंपनियों को देने वाली है। जल्द ही इसी कार्य शुरू होने वाला है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार Highway प्रोजेक्ट्स यूपी, एमपी, असम, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में फैले हुए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कैबिनेट राजमार्गों से जुड़े 8 बड़े प्रस्तावों पर मुहर लगा सकता है।
मिली रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि ये सभी प्रोजेक्ट्स पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मोड में किए जा रहे हैं। NHAI ने हाईवे डेवलपर्स के साथ बैठकें भी की हैं।
ये हैं प्रोजेक्ट्स रिपोर्ट के अनुसार, इन प्रोजेक्ट्स में 68 किमी का अयोध्या बायपास, 121 किमी की गुवाहाटी रिंग रोड, 516 किमी का खड़गपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे, 6 लेन का अगला आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड हाईवे, जो 88 किमी का लेख बताया जा रहा है।
इसके अलावा 30 किमी लंबा एक एलीवेटेड हाईवे है। खास बात है, कि नासिक और खेड के बीच में प्रस्तावित इस हाईवे में 8 लेन होंगी।खबर है कि ये सभी प्रोजेक्ट्स PPP के तहत 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के हैं।
तो ऐसे में इनका मूल्यांकन PPPAC की अंतर-मंत्रालयी पैनल की तरफ से किया जाना चाहिए और बोलियों के लिए कैबिनेट की मंजूरी ली जानी चाहिए।
न्यूज से बातचीत में एक अधिकारी ने कहा, ‘कुछ प्लेयर्स हैं, जो सिर्फ PPP प्रोजेकेट्स लेने के लिए इच्छुक हैं, हमें अच्छा फीडबैक मिल रहा है। एक बार कैबिनेट मंजूरी दे देती है, तो हम उन्हें आवंटित करने की ओर आगे बढ़ेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, Highway मिनिस्ट्री दिसंबर तक और परियोजनाओं को कैबिनेट के पास मंजूरी के लिए भेज सकती है,अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि प्रोजेक्ट्स के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया करने के लिए कैबिनेट की मंजूरी के बाद ही हाईवे एजेंसीज को 3डी नोटिफिकेशन जारी करने की अनुमति मिलेगी।
Highway क्या होता है
नेशनल Highway भारत की सड़कों के मुख्य बुनियादी ढांचे हैं, जो देश के हर प्रदेश की राजधानी और मुख्य शहरों को जुड़ते हैं। हाईवे साधारण सड़क की तुलना में काफी चौड़े होते हैं।
जिसमे भारी वाहन आसानी से आ जा सके। साथ ही भारत के हाईवे में न्यूनतम 2 लेन (lane) और अधिकतम 4 लेन (lane) होते हैं, जो आपस में जुड़े हुए होते हैं।
सड़क परिवाहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा भारत में नेशनल हाईवे की कुल लंबाई 1,44,634 किलोमीटर है। इसमें आप अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से वाहन चला जा सकते हैं।
नेशनल हाईवे को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा मैनेज किया जाता है, जिसको भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1988 के तहत हाईवे के विकास और अनुरक्षण के लिए बनाया गया था।
एक्सप्रेस-वे क्या होते हैं
एक्सप्रेस-वे सड़क के उच्चतम वर्ग के बुनियादी ढांचों में से एक है। दरअसल एक्सप्रेस-वे में हाईवे की तुलना में 6-8 लेन (lane) होते हैं, जो तेज़ सफर के लिए बनाए जाते हैं और साथ ही ये लेन आपस में एक-दूसरे से जुड़े हुए नहीं होते हैं। एक्सप्रेस-वे में आप अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से वाहन को चलाया जा सकता है।
एक्सप्रेस-वे काफी सीमित होते हैं और भारत में इनकी कुल लंबाई 4067.27 किलोमीटर है, साथ ही एक्सप्रेस-वे को भी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा ही मैनेज किया जाता है।