Lopar storm: 20 जुलाई 2024/ पहाड़ी और मैदानी इलाकों में मानसून ने जमकर बारिश कराई है और यह एक बार फिर से सक्रिय होकर जबरदस्त बारिश करने वाला है। लेकिन उससे पहले अब तटीय क्षेत्रों में तूफान की आशंका बनी हुई है पश्चिम बंगाल केकड़ी से उठा निम्न दवाबी के चक्रवात ने तूफान का रूप लिया है इस तूफान को ‘ लोपर ‘ (lopar Strom) के नाम से जाना जाता है।
उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के तटों से लगे उत्तर पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर दबाव पिछले 6 घंटे के दौरान 7 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से लगभग पश्चिम उत्तर की तरफ बढ़ रहा है
वेदर रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को दक्षिण उड़ीसा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तक के क्षेत्र एक दबाव क्षेत्र में बदल चुका है.
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उड़ीसा के पुरी से लगभग 50 किलोमीटर दक्षिण- दक्षिण पश्चिम – गोपालपुर से 90 किलोमीटर पूर्व पारादीप से 140 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम और कलिंगपट्टनम आंधप्रदेश 200 किलोमीटर उत्तर पूर्व में सक्रिय है. (Lopar Strom)
Lopar Strom 24 घंटों में हो जाएगा कमजोर
IMD, रिपोर्ट्स के मुताबिक उड़ीसा और छत्तीसगढ़ पश्चिम उत्तर पश्चिम की तरफ आगे बढ़ते हुए आने वाले 24 घंटे के समय धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। मानसून की द्रोणिका सक्रिय है और अपनी समान स्थिति के दक्षिण में हैं.
आने वाले 2 से 3 दिन के समय इसके अपनी समान स्थिति के दक्षिण में रहने की उम्मीद है. एक तटीय क्षेत्र के नीचे और मध्य शोभ मंडल स्तरों में लगभग 20°N के संघ चलता है जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की तरफ झुकता है.
समुद्र तल पर अपतीय द्रोणिका औसत समुद्र तल पर दक्षिण गुजरात उत्तर केरल तत्वों के साथ बना है एक चक्रवर्ती परिसंचरण निकले छोभ मंडल स्तर में पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे सौराष्ट्र पर मौजूद है.
यहां होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के रिपोर्ट्स के मुताबिक आने वाले 5 दिनों के समय क्षेत्र में गरज और बिजली के साथ सामान्य रूप से हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है शनिवार को कोकण और गोवा मध्य महाराष्ट्र दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तेलंगाना टाटिक कर्नाटक विदर्भ में अलग-अलग क्षेत्रों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है 21 जुलाई को गुजरात क्षेत्र और 22 जुलाई को सौराष्ट्र एवं कच्छ में बारिश हो सकती है
आने वाले 5 दिनों के समय कोकण और गोवा मध्य महाराष्ट्र गुजरात टाटी और दक्षिण अंतरिक्ष कर्नाटक में अलग-अलग क्षेत्र में 20 से 21 जुलाई के समय केरल और माही तेलंगाना 20 जुलाई को तटीय आंध्र प्रदेश और यणम उड़ीसा तमिलनाडु छत्तीसगढ़ विदर्भ मराठवाड़ा में भारी बारिश होने की संभावना है। (Lopar Strom)
उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में रहेगी ऐसी स्थिति
उत्तर पश्चिम भारत की बात करें तो उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश पूर्वी राजस्थान हरियाणा चंडीगढ़ दिल्ली में गरज और बिजली के साथ सामान्य से मध्यम वर्षा की संभावना है। आने वाले 5 दिन में लद्दाख जम्मू कश्मीर गिलगित मुजफ्फराबाद उत्तर प्रदेश पंजाब बिहार और पश्चिम राजस्थान में सामान्य से लेकर मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है
IMd, के द्वारा बुलेटिन में जानकारी दी गई कि अगले 5 दिनों के 10 समय उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश उत्तर प्रदेश पूर्वी राजस्थान हरियाणा में सामान्य बारिश की संभावना है 21 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना बताई गई 22 और 23 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और 20 से 22 जुलाई के दौरान उत्तराखंड में सामान्य स्थिति बनी रह सकती है
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में होगी तेज बारिश
आने वाले 5 दिन के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अंडमान और निकोबार दीप समूह अप हिमालय पश्चिम बंगाल और सिक्किम पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है आने वाले चार से पांच दिन के दौरान नागालैंड मणिपुर मिजोरम और त्रिपुरा अरुणाचल प्रदेश असम मेघालय में समान जगह पर भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। मध्य प्रदेश में मानसून की प्रणाली सक्रिय है जिसकी वजह से बारिश हो रही है वहीं तूफान का असर एमपी के सीमावर्ती जिलों में थोड़ा बहुत देखने को मिल सकता है