New Expressway: मध्य प्रदेश के मोहन सरकार प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए बड़े काम करने जा रहे हैं सरकार 6 नए एक्सप्रेस-वे बनाने जा रही है। ये 6 New Expressway बनाने से प्रदेश को कई नई रफ्तार मिलेगी सरकार ने ऐसी उम्मीद जताते हुए 6 न्यू एक्सप्रेस वे के निर्माण का बजट ऐलान होगा।
आपको बता दे, इसके लिए कितना बजट होगा उसे पर कोई चर्चा फिलहाल नहीं हुई है, और नहीं बाजार का कोई प्रावधान किया गया है। यह सभी New Expressway मध्य प्रदेश को देश के प्रमुख नेशनल हाईवे से कनेक्ट करने वाले हैं।
New Expressway के साथ ही बड़े शहरों भोपाल-इंदौर, भोपाल-जबलपुर, इंदौर-उज्जैन, जबलपुर-रीवा, भोपाल-ग्वालियर जैसे शहरों के बीच कनेक्टिविटी शानदार हो जाएगी, दो शहरों के बीच आने-जाने के टाइम में भी खासी कमी आएगी।
इस एक्सप्रेस बनने से रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा, इसके साथ ही सिंहस्थ के लिए उज्जैन आने वाली सभी सड़कों को 4 लेन, छह लेन और लेन किया जायेगा।
3 New Expressway की शिवराज ने की थी घोषणा
प्रदेश की मोहन सरकार जिन 6 New Expressway प्रोजेक्ट के निर्माण की बात कह रही है, उनमें से तीन प्रोजेक्ट का ऐलान विधानसभा चुनाव से पहले एमपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई थी, अब उन्हें मिलकर मोहन यादव सरकार ने बजट में एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान कर दिया है।
शिवराज सिंह चौहान ने अटल प्रगति पथ- 299 किलोमीटर, नर्मदा प्रगति पथ- 900 किलोमीटर और विंध्य एक्सप्रेस-वे, 676 किलोमीटर बनाने का वादा किया था, जिसे अब मोहन सरकार आगे बढ़ाने जा रही है।
इन New Expressway के आसपास बनेंगे बिजनेस कॉरिडोर
प्रदेश के मोहन सरकार इन 6 एक्सप्रेस वे बनाने के साथ ही यह भी ऐलान किया है कि, उनके आसपास बिजनेस कॉरिडोर भी बनाया जाएगा, जहां पर आर्थिक गतिविधियां संचालित की जाएगी। एक्सप्रेस-वे नेटवर्क के जरिए अटल प्रगति पथ, नर्मदा प्रगति पथ।
विंध्य एक्सप्रेस-वे, मालवा निर्माण विकास पथ, बुंदेलखंड विकास पथ और मध्य भारत विकास पथ प्रस्तावित किया गया है, इनके निर्माण से कृषि, खनन, पर्यटन और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में खास तौर से बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
अटल प्रगति पथ या चंबल New Expressway
अटल प्रगति पथ को चंबल एक्सप्रेसवे के नाम से जाना जाता है, यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल इलाके से गुजरेगा और राजस्थान से जुड़ जाएगा। इसके लिए बजट में लगभग 299 किलोमीटर का निर्माण किया जाएगा।
ये हैं 6 New Expressway
मालवा निर्माण विकास पथ- 450 किलोमीटर बुंदेलखंड विकास पथ-330 किलोमीटर मध्य भारत विकास पथ- 746 किलोमीटर।अटल प्रगति पथ- 299 किलोमीटर नर्मदा प्रगति पथ- 900 किलोमीटर विंध्य एक्सप्रेस-वे, 676 किलोमीटर।
बुंदेलखंड विकास पथ
बुंदेलखंड विकास पथ जिसे झांसी-ललितपुर-देवास-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों को जोड़ने वाला 303 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग यह महत्वपूर्ण परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह अपनी समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है, यह एमपी और यूपी के बीच कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा, माल की आवाजाही आसान और तेज होगी, इससे व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
मालवा-निमाड़ विकास पथ आर्थिक कॉरिडोर
मालवा-निमाड़ विकास पथ को इंदौर धार अलीराजपुर कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है, यह मध्य प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली एक महात्मा कांची परियोजना है। यह 450 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग इंदौर को अलीराजपुर से जोड़ेगा, जो राज्य के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।
विंध्य एक्सप्रेस-वे भोपाल टू सिंगरौली
विंध्य एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश में प्रस्तावित 676 किलोमीटर लंबा राजमार्ग है यह भोपाल को सिंगरौली से जोड़ेगा, जो उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है, यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश के विकास को गति देगा, विशेष रूप से विंध्य क्षेत्र में यह कई राष्ट्रीय राजमार्गों को भी आपस में जोड़ेगा।
नर्मदा प्रगति पथ महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट
नर्मदा प्रगति पर मध्य प्रदेश सरकार की एक महात्मा कांची परियोजना है इसका उद्देश्य नर्मदा नदी के किनारे 900 किलोमीटर लंबी सड़क बनाना है, यह सड़क अमरकंटक से शुरू हो गया गुजरात से जुड़ेगी। इस प्रोजेक्ट से राज्य में कनेक्टिविटी, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होगा।
अटल प्रगति पथ या चंबल एक्सप्रेस-वे
अटल प्रगति पथ को चंबल एक्सप्रेस-वे के नाम से भी जाना जाता था यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल इलाके से गुजरेगा और राजस्थान से जुड़ जाएगा, इसके लिए बजट में लगभग 299 किलोमीटर का निर्माण किया जाएगा।