MP News today: 19 जुलाई 2024/ मध्य प्रदेश शासन की तरफ से अब आठवीं पास युवाओं को डिजिटल क्रॉप सर्वे गिरदावरी का कार्य देने जा रही है इन युवाओं को हर सीजन ₹10000 तक दिए जाएंगे इस कार्य के लिए 1000 खसरों की फोटो खींचकर सारी डाटा मोबाइल ऐप पर अपलोड करना पड़ेगा 1 साल में तीन बार सर्वे कर फसल उत्पादन का आकलन भी किया जाएगा
राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव निकंजू के द्वारा यह जानकारी दैनिक भास्कर को दी गई डिजिटल क्रॉफ्ट सर्वे का प्रजेंटेशन सीएम मोहन यादव के मंत्री 18 जुलाई को हुई कैबिनेट बैठक में की
MP News इस आधार पर होगा युवाओं का चयन
सर्वप्रथम भू अभिलेख पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन मांगी गई सभी जानकारी देनी होगी 25 जुलाई तक चयनित युवाओं को प्रशिक्षण जिला में दिया जाएगा प्रशिक्षण में जानकारी दी जाएगी कि कैसे मोबाइल एप्लीकेशन से सर्वे करना है जिसके बाद एक अगस्त से पटवारी युवाओं को खसरा विवरण करेंगे फिर सर्वे का कार्य शुरू हो जाएगा
इस तरह होगा डिजिटल क्रॉप सर्वे
सबसे पहले खरीफ फसलों की फोटो खींचकर एरिया दर्ज पर करना होगा
कैमरा या फिर मोबाइल की सहायता से डिजिटल क्रॉप सर्वे किया जाएगा
जियो टैगिंग होने से मोबाइल एप्लीकेशन में लोकेशन किस का नाम और खसरा अपने आप आएगा
क्रॉप सर्वे करने के लिए कितनी मिलेगी पेमेंट
मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा प्रति खसरा पर ₹8 पेमेंट दिया जाएगा जो एक सीजन में ₹10000 तक प्राप्त होंगे एक वर्ष में तीन सीजन कार्य होगा पेमेंट ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा.(MP news)
पटवारी का आंकड़ा नही होता था सही
गिरदावरी में खेतों में बोई जाने वाली फसल और संभावित उत्पादन की जानकारी जुटाई जाती है समर्थन मूल्य पर खरीदी जाने वाली फसल के उत्पादन में सटीक आंकड़ों का अनुमान लगाया जाता है। अब तक गिरदावरी के कार्य पटवारी किया करते थे पर उनकी रिपोर्ट हमेशा सही नहीं होती थी कई बार फर्जी रिपोर्ट की शिकायतें भी शासन को प्राप्त हुई थी जिसमें सरकार किसानों से भी गिरदावरी करा चुकी थी पर सही नतीजे नहीं आने से अब ग्रामीण युवाओं को भी यह जिम्मेदारी दी जाएगी
क्या होती है गिरदावरी
धान या गेहूं अन्य बोई गई फसलों के स्थान और उसके आधार पर उत्पादन का आकलन किया जाता है जिसका इस्तेमाल इसलिए आवश्यक माना जाता है क्योंकि सरकार को किसानों से संबंधित अधिकांश योजनाएं जैसे समर्थन मूल्य पर खरीदी फसल बीमा योजना सहित अन्य योजनाओं में इसके सही उत्तर की जानकारी आवश्यक होती है यही वजह है कि अब सैटेलाइट इमेज के जरिए गिरदावरी करने की तैयारी की जा रही है
1 अगस्त से शुरू होगा कार्य
मध्य प्रदेश के गांव में गिरदावरी के लिए चयनित युवाओं को ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाएगा, 1 अगस्त से 15 सितंबर तक गांव के खेतों में लगी फसलों की गिरदावरी करनी होगी इसके बाद पर्यवेक्षक सत्यापन करेंगे साथ ही किसानों के दावा आपत्ति के लिए भी समय दिया जाएगा अगर कहीं गलत गिदावरी होती है तो सुधार भी किया जाएगा जबकि सत्यापन के बाद पटवारी ही आगे की प्रक्रिया करेंगे. (MP News)