Rewa Airport: डीजीसीए ने रीवा एयरपोर्ट को लाइसेंस दे दिया है। इस लाइसेंस का मतलब है कि अब यहां वो सारी गतिविधियां संचालित होंगी जो देश के अन्य एयरपोर्ट पर संचालित होती हैं। इसके साथ ही रीवा एयरपोर्ट पर वो सारी सुविधाएं भी होंगी जो अन्य एयरपोर्ट पर उपलब्ध हैं। यात्रियों और कारोबारियों को सुविधाएं देने के लिए रीवा एयरपोर्ट 303 एकड़ में बनाया गया है। विमानों के आसान संचालन के लिए यहां 1800 मीटर का रनवे बनाया गया है।
यहां 13.2 मीटर का एटीसी टावर और आधुनिक फायर स्टेशन भी बनाया गया है। गौरतलब है कि इस एयरपोर्ट के संचालन से रोजगार में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय डीजीसीए से लाइसेंस मिलने के बाद लोगों को पर्यटन, आतिथ्य, परिवहन और लॉजिस्टिक्स में रोजगार मिलेगा। इससे हजारों लोगों को फायदा होगा इस एयरपोर्ट के चालू होने से एक तरफ जहां पर्यटन को फायदा मिलने की उम्मीद है,
वहीं दूसरी तरफ निवेश को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है। भोपाल एयरपोर्ट के निदेशक रामजी अवस्थी का कहना है कि रीवा एयरपोर्ट मध्य प्रदेश के विकास के लिए बड़ी सौगात है। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इस एयरपोर्ट को रीवा भोपाल ARCS रूट दिया गया है। यह एयरपोर्ट रीवा के साथ ही प्रदेश के कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रवेश द्वार का काम करेगा। इससे रीवा के स्थानीय लोगों और स्थानीय व्यापारियों की जिंदगी बदल जाएगी।