Mp news: सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाई गई और जावरा रोड के चौड़ीकरण में बाधा बन रही पहलवान बाबा की दरगाह को हटाने की तैयारियां अब जोर पकड़ने लगी हैं। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज शाम मौके पर जाकर दरगाह का निरीक्षण किया। प्रशासन ने दरगाह से जुड़े लोगों को समझाने के लिए शनिवार को बैठक भी बुलाई है। गौरतलब है कि जावरा रोड अंडर ब्रिज से डोसीगांव फोरलेन तक शहर को फोरलेन बनाने का काम लंबे समय से चल रहा है। सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाई गई पहलवान बाबा की दरगाह सड़क चौड़ीकरण में बाधा बन रही है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार जब उक्त दरगाह के दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि दरगाह महज सौ वर्ग फीट जमीन पर बनी थी, लेकिन बाद में धीरे-धीरे इसका विस्तार होता गया और सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर इसका आकार काफी बड़ा कर दिया गया।
इतना ही नहीं इसके पास सरकारी जमीन पर मस्जिद भी बना दी गई। सड़क चौड़ीकरण के लिए जब उक्त दरगाह को हटाना जरूरी हो गया तो दरगाह से जुड़े लोगों से जमीन के दस्तावेज मांगे गए, लेकिन दरगाह के लिए जमीन आवंटन का कोई दस्तावेज अब तक प्रकाश में नहीं आया है। सिर्फ यही तथ्य प्रकाश में आया है कि उक्त दरगाह सौ वर्ग फीट पर बनी थी। इसके बाद प्रशासन की ओर से उक्त अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए।
अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी होने के बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर अतिक्रमण हटाने का विरोध दर्ज कराया। वहीं, कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजनक पोस्ट डालना शुरू कर दिया। सरकारी जमीन पर हुए उक्त अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम आज शाम मौके पर पहुंची।
एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में पहुंची टीम में एसडीएम अनिल भाना, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, पीडब्ल्यूडी एसडीओ श्री राय आदि शामिल थे। अधिकारियों की टीम ने दरगाह पर मौजूद लोगों से चर्चा की। यहां मौजूद कुछ लोग दरगाह हटाने के लिए तैयार थे, जबकि कुछ इसका विरोध कर रहे थे।
सभी लोगों की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे थे। सभी पक्षों से चर्चा करने के लिए प्रशासन ने शनिवार को सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक बुलाई है, जिसमें सभी पक्षों से चर्चा के बाद उक्त दरगाह को हटाने का निर्णय लिया जाएगा।