Rewa News: मध्य प्रदेश के सागर में जर्जर मकान गिरने से नौ बच्चों की मृत्यु हुई थी. अब मोहन यादव सरकार का बड़ा एक्शन देखने को मिला है. राज्य में जर्जर इमारत को खाली कराया जा रहा तथा उन्हें सील करके बुलडोजर चलाने की तैयारी भी की जा रही. जबलपुर रीवा सहित कुल 12 से अधिक इमारतें पर बुलडोजर चल चुका है
Bhopal News: मध्य प्रदेश के सागर और रीवा जिले में हुए हादसों के बाद जर्जर और कमजोर मकान को चिन्हित किया गया है। इसी बीच बुलडोजर से इमारत को गिराने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। बीते दो दिनों में 12 से अधिक इमारत को गिराया गया है। जर्जर इमारतों को खाली कराया जा रहा है और सील करने की प्रक्रिया भी तेज हो चुकी है
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जानकारी के लिए आपको बता दें हाल ही के दिनों में रीवा में स्कूल दीवार गिरने से चार बच्चों की मृत्यु हुई थी. जिसके बाद सागर जिले के शाहपुर में शिवलिंग का निर्माण कर रहे बच्चों पर दीवार गिरी थी जिसमें 9 बच्चों की मौत हुई थी इन दो हादसों के बाद सीएम मोहन यादव के द्वारा जर्जर इमारत के खिलाफ मुहिम चलाने के भी निर्देश दिए थे। तभी से इस पूरे राज्य में सरकारी और निजी जर्जर इमारत का पता लगाने के लिए सर्वे अभियान भी चलाए गए इस दौरान जो खस्ताहाल इमारतें सामने आ रही है उन पर बुलडोजर भी चलाए जा रहे हैं
जबलपुर की एंपायर टॉकीज भी गिराया गया
प्रदेश के जबलपुर में जिलाधिकारी दीपक सक्सेना के निर्देश पर किसी भी हादसे को रोकने के मकसद से खतरनाक और जर्जर भवनों से लेकर दीवार बाउंड्री वॉल आज गिराई जा रही हैं. पुरानी फिल्म स्टार प्रेमनाथ से नाता रखने वाले अंपायर टॉकीज को भी गिरा दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक टाकीज की दीवार काफी कमजोर हो चुकी थी। हादसे की आशंका के चलते बुलडोजर से इमारत को गिराया गया है इसी तरह रीवा जिले में जर्जर 24 मकान चिन्हित किया जा चुके हैं इनमें से बिछिया थाना क्षेत्र और वार्ड 6 में स्थित जर्जर मकान को गिराया गया है
पुरानी इमारतों के छतों से टपक रहा है पानी Rewa News
एमपी के बुरहानपुर में भी मकान के हिस्से को गिराया गया है रतलाम जिले में करीब एक दर्जन मकान को खाली कराने की सलाह दी गई है. प्रशासनिक सूत्रों के हवाले से राज्य में बड़ी संख्या में ऐसी इमारतें हैं। सामने आई है जिनमें बारिश का पानी छातो से रिस रहा है। पुरानी इमारतें गिरने की कगार पर है। सरकारी इमारत में चल रहे स्कूल या दफ्तरों के स्थान स्थानांतरित किए जाने की सलाह दी गई है वहीं निजी मकान में रहने वाले लोगों को दूसरे स्थान पर जाने को कहा जा रहा है।