Singrauli : देवसर विधायक पर गंभीर आरोप: आम आदमी पार्टी ने साधा निशाना, कंपनियों से साठगांठ का लगाया आरोप…
सिंगरौली देवसर विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के जिला अध्यक्ष रतीभान ने देवसर विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रतीभान ने कहा कि देवसर विधायक जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर कंपनियों से साठगांठ में लगे हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक जनता की पुकार सुनने के बजाय निजी स्वार्थ और कंपनियों से मिलीभगत में व्यस्त हैं। जनता की अनदेखी का आरोप
Aap पार्टी ने नेता रतीभान का कहना है कि क्षेत्र की जनता कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रही है, लेकिन विधायक ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने कहा, “जनता चिलचिलाती धूप में बैठकर अपने हक की मांग कर रही है, लेकिन देवसर विधायक को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वह जनता के मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं।”बालाघाट से आए विधायक पर तंज साधते हुए रतीभान ने देवसर विधायक के बाहरी होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “देवसर विधायक बालाघाट से आए हैं, उन्हें इस क्षेत्र के लोगों से कोई मतलब नहीं है। जनता अपने अधिकार के लिए धरनाप्रदर्शन पर बैठी है, लेकिन विधायक अपने गुणगान गाने में व्यस्त हैं।”कंपनियों से साठगांठ के आरोप
सबसे गंभीर आरोप रतीभान ने लगाते हुऐ कहा कि कंपनियों से मिलीभगत को है उन्होंने कहा कि विधायक कंपनियों से “भर-भर के सूटकेस” ले रहे हैं, इसलिए जनता की आवाज नहीं सुन पा रहे। उन्होंने सवाल किया, “जब विधायक कंपनियों से सांठगांठ कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं, तो वे जनता के हक के लिए क्यों बोलेंगे?” जनता में बढ़ रहा आक्रोश इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र की जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं, लेकिन विधायक ने अब तक कोई पहल नहीं की। लोगों का आरोप है कि विधायक सिर्फ चुनाव के समय जनता के बीच आते हैं और जीतने के बाद उन्हें भूल जाते हैं। आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। रतीभान ने कहा, “हम जनता के हक के लिए लड़ते रहेंगे।
विधायक को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना होगा, वरना जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।”
देवसर में हालात धीरे-धीरे तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि विधायक इन आरोपों पर क्या सफाई देते हैं और जनता की आवाज को कब तक अनसुना करते हैं…?